मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा अनुरूप किसानों की आय बढ़ाने और दुग्ध उत्पादन को दोगुना करने के लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश के साथ-साथ जिला धार में भी दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। उप संचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत जिले के सभी गांवों में पशुपालन विभाग के अमले द्वारा सीधे संपर्क कर किसानों को नस्ल सुधार, पशु स्वास्थ्य और पोषण के संबंध में जागरूक किया जाएगा तथा आवश्यक मार्गदर्शन दिया जाएगा।
अभियान 3 चरणों में चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर को ग्राम सभाओं के माध्यम से की जाएगी और यह अभियान 9 अक्टूबर तक चलेगा। प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, पशुपालन एवं डेयरी विभाग उमाकांत उमराव ने मंत्रालय में अभियान की तैयारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल मीडिया और ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी के माध्यम से किया जाए।
अभियान के प्रथम चरण में 10 या अधिक गौवंश-भैंसवंश वाले पशुपालकों, द्वितीय चरण में 5 या अधिक पशुपालकों और तृतीय चरण में 5 या कम पशुपालकों से संपर्क किया जाएगा। सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी और मैत्री कार्यकर्ता घर-घर जाकर पशुपालकों को नस्ल सुधार, पशु स्वास्थ्य, पोषण के साथ पशुओं में टैग लगाने संबंधी जानकारी भी देंगे। मैत्री कार्यकर्ताओं को इस कार्य के लिए मानदेय भी दिया जाएगा। साथ ही दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान के मास्टर ट्रेनर को राज्य पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान, भोपाल में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रश्न : दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान का क्या उद्देश्य है ?
उत्तर : दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और दुग्ध उत्पादन को दोगुना करना है।
प्रश्न : दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान कितने चरण में संपन्न किया जाएगा ?
उत्तर : दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान तीन चरणों में संपन्न किया जाएगा।
प्रश्न : दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान कब से कब तक चलेगा ?
उत्तर : दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर को ग्राम सभाओं के माध्यम से की जाएगी और यह अभियान 9 अक्टूबर तक चलेगा।