कृषि विज्ञान केंद्र की फसल संबंधित जानकारी

By: tractorchoice Published on: 28-Feb-2025
Weather Forecast and Crop Advisory for Farmers in India.

भारतीय मौसम विभाग के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है। 

धिकतम तापमान 28.0-32.0 डिग्री सेल्सियस के बीच है, जो कि 3-4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है। 

इसका न्यूनतम तापमान 12.0-16.0 डिग्री सेल्सियस के बीच है, जो सीमा से 2-3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम सीमा 72-78 और 39-40% प्रतिशत के बीच है। 

हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्व है और हवा की गति 2.0-9.0 किमी प्रति घंटे के बीच है, जिसमें सीमा से 1.0 किमी प्रति घंटे की गति से झोंकों के आने की संभावना है।

केवीके की फसल संबंधी सलाह 

गेहूँ

किसानों को सलाह दी जाती है कि गेहूं की फसल में चौथी सिंचाई 80-85 दिन बाद (बाली निकलने के पूर्व ) करें। 

सरसों

सरसो की फलियाँ 75 % सुनहरे रंग की हो जाने पर फसल की कटाई करें। सरसो के फसल की कटाई के बाद फसल को सूखा कर मड़ाई करने के पश्चात बीज को अलग कर लें। 

सरसों की फसल में माँ, चित्रित वग एवं पत्ती सुरंगक कीट का प्रकोप दिखाई देने की संभावना है। 

इसकी रोकथाम करने के लिए क्लोरपायरीफास 20 % ईसी 1.0 लीटर/हेक्टेयर या मोनोक्रोटोफॉस 36 % एस.एल.की 500 मिली० /हेक्टेयर की दर से 500 से 600 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।

चना और मटर में फली छेदक कीट का प्रकोप 

चना और मटर की फसल में फली छेदक कीटों का कोप होने की संभावना है, इसलिए इसकी रोकथाम के लिए क्यूनालफॉस 25 ईसी @ 2 लीटर प्रति हेक्टेयर या इमामेक्टिन बेंजोएट 5% 180- 200 ग्राम प्रति हेक्टेयर 500 से 600 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

मक्का

जायद सीजन के लिए मक्के की उन्नत प्रजातियां- तण, नवीन, माही, कंचन, गौरव, स्वेता, आजाद उम एवं शंकर जातियां- काश, दिका- 7074, दिका-9108, दिका- 9208, दिका- 9141, दिका- 9165, दिका- 9217, पीएचबी- 8144, पीएचबी- 1899, दन 115, एम.एम.एच.-१३३ आदि में से एक किसी एक जाति की बुवाई के लिए खाद एवं बीज की व्यवस्था कर बुवाई करें। 

मक्के की संकुल किस्म की बुवाई के लिए 20-25 किलोग्राम बीज/हेक्टेयर तथा शंकर जाति 18-20 किलोग्राम बीज / हेक्टेयर की दर से बुवाई करें।

ये भी पढ़ें: मक्के की इन दो उन्नत किस्मों से मिलेगी किसानों को बेहतरीन पैदावार

निष्कर्ष -

कृषि विज्ञान केंद्र किसानों के लिए आवश्यक और लाभकारी दिशा निर्देश जारी करता है। कृषि विज्ञान केंद्र की तरफ से किसान हित में कई सारी सलाह जारी की गई हैं।  

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