इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई है। यह योजना उन लोगों के लिए बनाई गयी है, जो पशुपालन के क्षेत्र में अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते है।
नाबार्ड पशुपालन योजना के तहत लोगों को तकरीबन 1200000 तक का लोन यानी ऋण प्रदान किया जायेगा। सरकार द्वारा डेयरी उद्योग और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए इस योजना का निर्माण किया गया है।
नाबार्ड पशुपालन लोन के अंतर्गत सामान्य श्रेणी के अंतर्गत आने वाले नागरिको को 3.30 लाख तक की सब्सिडी प्राप्त हो सकती है, इसके अलावा अनुसूचित जाती और अनुचित जनजाति के अंतर्गत आने वाले सभी नागरिको को 4.40 लाख तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
साथ ही नाबार्ड पशुपालन योजना के तहत मिलने वाली राशि बैंक के द्वारा स्वीकृत की जाएगी।
नाबार्ड पशुपालन लॉन की विशेषताएँ
- यह योजना डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए लागू की गयी है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए सहायक।
- किसानों की आय बढ़ाना इसका मुख्य उद्देश्य है।
- कम ब्याज दरों पर ऋण प्राप्त कर सकते है।
- नागरिको द्वारा लिए गए ऋण को 10 साल की अवधी तक वापस किया जा सकता है।
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नाबार्ड पशुपालन लोन पात्रता
- आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- इसके साथ आवेदक का आवास ग्रामीण होना चाहिए।
- डेयरी का कार्य शुरू करने के लिए उसके पास उपयुक्त जमीन होनी चाहिए।
नाबार्ड पशुपालन लोन के लिए कैसे आवेदन करें ?
- सबसे पहले तय करें किस प्रकार का डेयरी फार्म खोलना है।
- डेयरी फार्म खोलने के लिए जिले के नाबार्ड ऑफिस में जाये।
- छोटे डेयरी फार्म खोलने के लिए नजदीकी किसी बैंक में जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते है।
- बैंक में जाकर आपको सब्सिडी फॉर्म भरना होगा।
- यदि किसी बड़ी योजना के लिए आप ऋण ले रहे है तो बैंक में आपको उसकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट जमा करानी होगी।
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नाबार्ड पशुपालन लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- बैंक अकाउंट का विवरण
- मोबाइल नंबर
- आय प्रमाण पत्र
- बिजली का बिल
- पहचान प्रमाण पत्र