प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 नवंबर 2023 को 'ड्रोन दीदी योजना' की शुरुआत की थी। इस योजना का प्रमुख लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है।
आने वाले 4 वर्षों में 15 हजार से ज्यादा महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत ड्रोन उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक 'नमो ड्रोन दीदी योजना' की वजह से ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी में काफी सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 'नमो ड्रोन दीदी योजना' के अंतर्गत कुल 9 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है, जिसको आधार बनाकर महिलाऐं अपना घर चला पा रही हैं।
नमो ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत लाभार्थी एक महिला आशा देवी ने 'नमो ड्रोन दीदी योजना' की तारीफ करते हुए कहा कि, मेरी ट्रेनिंग लगभग 15 दिन तक चली।
इसके बाद मुझे ड्रोन मुहैया कराया गया। आगे उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान ड्रोन को चलाना सिखाया गया। इसके अलावा यह भी बताया गया कि इस ड्रोन की क्या विशेषता है और इसका किस तरह से संचालन करना है।
योजना लाभार्थी महिला किसान आशा देवी ने कहा, कि हमारा काम ड्रोन की मदद से खेतों में छिड़काव का कार्य करना है।
ये ड्रोन एक एकड़ खेत को 10 मिनट में पूरी तरह से स्प्रे कर देता है। यह महिलाओं के लिए एक अच्छी योजना है, जिससे कई महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।
ये भी देखें: खुशखबरी: इस तारीख को पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त जारी होगी
आगे आशा देवी ने कहा कि इस काम से जुड़ने के बाद जिंदगी में भी बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की वजह से आज ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। साथ ही, उन्हें अपने क्षेत्र में रहकर रोजगार भी प्राप्त हो पा रहा है।
आशा देवी ने इसी कड़ी में आगे बताया है, कि इस योजना का लाभ मिलने से पहले उनकी घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी।
लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'नमो ड्रोन दीदी योजना' उनकी जिंदगी में एक क्रांति बनकर आई है। 'नमो ड्रोन दीदी योजना' के तहत 300 रुपए प्रति एकड़ मिल पाता है।