इस योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा की गयी है। उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के द्वारा इस योजना में शिक्षित बेरोजगार युवाओ को सम्मिलित किया गया है। साथ ही इसमें आरक्षित वर्ग के लाभार्थी ,जैसे विकलांग महिलाये और भूतपूर्व सैनिको को भी सम्पूर्ण धनराशि पर छूट प्रदान की जाएगी। इसमें सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को भी 4 % की ब्याज दर दर पर राशि प्रदान की जाती है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षित बेरोजगार लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है। सरकार द्वारा इन्हे 10 लाख रुपया की राशि ऋण के रूप में प्रदान की जाएगी , ताकि वो खुद का कोई व्यवसाय शुरू कर सके। योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गयी मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग योजना का मुख्य उद्देश्य स्वयं रोजगार को बढ़ावा देना है। इस योजना से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि समग्र राज्य का भी विकास होगा।
ये भी पढ़ें: UP बोरिंग योजना - उत्तर प्रदेश निःशुल्क बोरिंग योजना का जाने लाभ
जो व्यक्ति इस योजना के लाभार्थी है , वो इस योजना का फायदा उठा सकते है। मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग योजना का अवसर उठाने के लिए योजना की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते है। आप घर बैठे ही योजना की लिए आसानी से आवेदन कर सकते है। साथ ही इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लोग फायदा उठा सके , इसीलिए इसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए इस योजना में सम्मिलित किया जायेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गयी मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करना है। आज भी बहुत से ऐसे ग्रामीड इलाके है , जहा पर आज भी बहुत से युवा शिक्षित तो है लेकिन उनके पास रोजगार नहीं है। इसी समस्या को दूर करने के लिए सरकार द्वारा यह योजना शुरू की गयी है। इस योजना में ग्रामीड इलाकों के शिक्षित बेरोजगारों को सरकार द्वारा खुद का व्यवसाय करने के लिए 10 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। इसका मुख्य उदेश्य ग्रामीड युवाओ को आत्मनिर्भर बनाना है और ज्यादा से ज्यादा अन्य लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
ये भी पढ़ें: प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना क्या है? किसानों को कैसे मिलेगा इसका लाभ?