टिश्यू कल्चर तकनीक से बढ़ेगी केले की पैदावार

By: tractorchoice
Published on: 05-Mar-2024
टिश्यू कल्चर तकनीक से बढ़ेगी केले की पैदावार

भारत में केले की खेती प्रमुख तोर पर की जाती है। किसान भाई अब टिश्यू कल्चर तकनीक से केले उगा सकते हैं। इससे कृषकों की आय बहुत अधिक होगी। फल भी अच्छा होगा। सब्जी से लगाकर चिप्स बनाने तक केले की बड़ी मांग होती है। 

इसकी खेती से अब किसान भाई बहुत बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन टिश्यू कल्चर तकनीक का उपयोग करके किसान भाई केला बना सकते हैं। टिश्यू कल्चर तकनीक के बारे में यहां पूरी जानकारी मिलेगी।  

टिश्यू कल्चर तकनीक से केला उत्पादन बढ़ेगा?     

टिश्यू कल्चर तकनीक का उपयोग करके केले की खेती बहुत लाभदायक हो सकती है। इस तकनीक से उत्पादित पौधे रोगमुक्त और समान होते हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता और पैदावार में सुधार होता है। इसमें पौधे का एक छोटा टुकड़ा एक खास माध्यम से बनाया जाता है। 

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इस प्रक्रिया में हार्मोन और पोषक तत्व शामिल हैं, जो पौधे की कोशिकाओं को अधिक तीव्रता से विभाजित करने में मदद करते हैं। पौधे महीने भर में पर्याप्त विकसित होकर खेत में लगाए जा सकते हैं।

इस प्रक्रिया से केला उगाने से बिहार राज्य में केला उत्पादन की गुणवत्ता और आय दोनों बढ़ी हैं। केले का पौधा सूखा हुआ और रेतीली दोमट मिट्टी में बेहतर उत्पादन देता है। खरपतवार को निकालकर मृदा को पूरी तरह से ढीला करें।

टिश्यू कल्चर तकनीक के फायदे 

  • टिश्यू कल्चर तकनीक से बनाए गए पौधे बीमारियों से बचाते हैं क्योंकि वे रोग से मुक्त हैं।
  • टिश्यू कल्चर तकनीक से उत्पादित पौधे एक जैसे आकार के होते हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता काफी सुधार होता है।
  • टिश्यू कल्चर तकनीक से बनाए गए पौधे आम तरीके से तैयार किए गए पौधों की तुलना में अधिक जल्दी फल देते हैं।

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