बिहार की धरती एक बार फिर अपनी अनोखी खुशबू से देश-दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींच रही है। विशेषतौर पर मर्चा चावल जो कि बिहार के किसानों के द्वारा उगाया जा रहा है।
बतादें, कि इस चावल की महक ना सिर्फ भोजन को लज्जतदार बनाती है, बल्कि अब यह वैश्विक बाजार में अपनी अलग पहचान भी बना रही है।
'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के अंतर्गत पूर्वी चंपारण के पीपराकोठी में जब केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से संवाद किया, तो कई अहम जानकारियाँ सामने आईं।
किसानों ने बताया कि इस खास चावल का वर्तमान में प्रति हेक्टेयर उत्पादन 25 से 30 क्विंटल है, जबकि अन्य आम धान की किस्में 40 से 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन देती हैं।
देश-विदेश में इस मर्चा चावल को खरीदने के लिए किसानों के पास फोन आते हैं। आइए जाने कि केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों से मर्चा चावल को लेकर क्या आश्वासन दिया।
बिहार का मर्चा चावल दुनियाभर में अपनी सुगंध बिखेर रहा है। 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के अंतर्गत जब पूर्वी चंपारण के पीपराकोठी में किसानों से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि अभी मर्चा चावल का प्रति हेक्टेयर उत्पादन 25 से 30 क्विंटल है।
किसानों की मांग है कि इसका बेहतर बीज तैयार हो जिससे उत्पादन और आमदनी बढ़ सके। मैंने तत्काल ICAR के वैज्ञानिकों को इस दिशा में शोध हेतु निर्देशित किया है।
किसानों के बीच वैज्ञानिकों के पहुंचने का उद्देश्य यही है कि उनकी जरूरतों के अनुरूप शोध हो।
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किसानों ने साफ कहा कि अगर मर्चा चावल का बेहतर बीज (ब्रीडर सीड) तैयार हो जाए, तो न केवल उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि उनकी आमदनी में भी इज़ाफा होगा।
इसकी मांग को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री ने ICAR (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) को निर्देशित किया है कि इस दिशा में तत्काल अनुसंधान शुरू किया जाए।
बिहार के किसानों ने मर्चा चावल की सबसे बड़ी खासियत के बारे में बताते हुए इसकी तेज और प्राकृतिक सुगंध की जानकारी दी। यह पकते ही पूरे घर को महका देती है।
इस चावल की इन्हीं खासियतों के चलते सरकार के द्वारा बिहार के इस मर्चा चावल को जीआई टैग भी दिया गया है। स्थानीय किसान आनंद कुमार ने बताया, "हमारे दादा-बाबा से लेकर अब तक हम इसी चावल की खेती कर रहे हैं. विदेशों तक से फोन आते हैं कि मर्चा चावल अमेरिका ले जाना है।"
प्रश्न : मर्चा चावल मूल रूप से किस राज्य की किस्म है ?
उत्तर : मर्चा चावल बिहार की उन्नत और सुगंधित चावल की किस्म है।
प्रश्न : क्या मर्चा चावल को जीआई टैग मिल चुका है ?
उत्तर : बिहार के मर्चा चावल की खूबियों के चलते सरकार ने इसको जीआई टैग भी प्रदान कर दिया है।
प्रश्न : मर्चा चावल की सबसे बड़ी खूबी क्या है ?
उत्तर : मर्चा चावल की सबसे बड़ी खूबी इसकी सुगंध और स्वाद है।