खेती के इस तरीके से बढ़ेगा कमाई का जरिया, किसानों को कम लागत में होगा अच्छा मुनाफा

By: tractorchoice
Published on: 21-Nov-2023
खेती के इस तरीके से बढ़ेगा कमाई का जरिया, किसानों को कम लागत में होगा अच्छा मुनाफा

आज के आधुनिक युग में खेती करने का तरीका बदल गया है। आजकल किसान नए-नए तरीकों से खेती करके अच्छे पैसे कमा रहे हैं। समेकित कृषि प्रणाली भी ऐसा ही तरीका है, जिसके जरिए किसान कम लागत और कम संसाधनों से अधिक कमाई कर सकते हैं। आइए इस सिस्टम को विस्तार से बताते हैं।

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समेकित कृषि प्रणाली - भारत में खेती एक नए युग में है। इस बदलते दौर में किसानों ने खेती के नए तरीके भी अपनाए हैं। खेती छोड़कर कुछ किसान शहर की ओर पलायन कर रहे हैं, वहीं कुछ किसान नई तकनीक या विधि का उपयोग कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। 

समेकित कृषि प्रणाली (Integrated Farming System) ऐसा ही तरीका है, जिसके माध्यम से एक किसान फसल उत्पादन के अलावा दूसरे कार्य भी कर सकता है। 

इसका लाभ यह है कि किसान कम संसाधनों और कम खर्च में अधिक कमाई के नए साधन बना सकते हैं। यह कहना सही होगा कि यह किसानों की आय को दोगुना करने का एक प्रभावी साधन है।

समेकित कृषि प्रणाली क्या होती है?

समेकित कृषि प्रणाली खेती में किसान फसल उत्पादन के अलावा अन्य कार्य कर सकता है। समेकित कृषि प्रणाली में कृषि के कम से कम दो या अधिक घटकों का समायोजन इस प्रकार किया जाता है कि एक के समायोजन से दूसरे की लागत कम होती है, उत्पादकता बढ़ती है, स्वरोजगार का जन्म होता है और जीवन स्तर सुधरता है।

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किसान पशुधन के साथ कृषि को एकीकृत कर सकते हैं, उदाहरण के तौर पर सीमित भूमि पर। जैसे मछली पालन और मुर्गीपालन एक ही जगह पर किए जा सकते हैं। 

इसके अलावा, आप उसी जमीन पर खेती भी कर सकते हैं, जिससे आप हर साल रोजगार पैदा कर सकते हैं और अधिक आय भी कमा सकते हैं। मुर्गीपालन के दौरान निकलने वाले मलमूत्र, या वेस्ट, को आप खाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं। 

तालाब के बचे हुए पानी को मछली पालन में कृषि और फसलों के उत्पादन में भी उपयोग किया जा सकता है। मुर्गीपालन, मछली पालन और खाद उत्पादन भी इस तरह से कर सकते हैं।

समेकित कृषि प्रणाली के लाभ

  • किसानों को इससे प्रति इकाई क्षेत्रफल से अधिक उत्पादन।
  • उत्पादन लागत में कमी के साथ अधिक लाभ मिलेगा।
  • समेकित कृषि प्रणाली से सन्तुलित पोषण आहार की उपलब्धता।
  • फसल अवशेषों का पुनः चक्रणं।
  • इससे किसान वर्ष भर निरन्तर आय सृजन कर सकते है।
  • स्वरोजगार के अवसर में वृद्धि।
  • इस खेती को अपनाने से पर्यावरण सुरक्षा।

समेकित कृषि प्रणाली के मुख्य उद्देश्य

  • कृषक परिवार की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके, जिससे बाजार पर निर्भरता को कम किया जा सके।
  • कृषि में विभिन्न कृषि उद्यमों को शामिल कर अधिकतम आय प्राप्त करना.
  • स्वरोजगार के अवसर को बढ़ाना.
  • प्राकृतिक संसाधनों के समन्धित उपयोग से अधिकतम उत्पादन लेना.
  • किसानों की सामाजिक एवं आर्थिक दशा को सुदृढ़ करना.

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