रबी फसलों की कटाई व इसके बाद उगाई जाने वाली फसलें

By: tractorchoice
Published on: 23-Jan-2025
rabi faslon ki katai

किसान साथियों, जैसा कि सब जानते हैं कि भारत एक कृषि समृद्ध देश है। इसलिए कृषि भारत के लोगों की आजीविका के लिए बेहद महत्वपूर्ण आय का साधन है। 

किसानों की आय फसल की कटाई के बाद अर्जित उपज से ही होती है। इसलिए आज हम ट्रैक्टरचॉइस के इस लेख में आपको रबी सीजन की फसलों की कटाई और कटाई के बाद अन्य कुछ लाभकारी फसलों की बुवाई के बारे में जानकारी देंगे।  

रबी सीजन की फसलों की कटाई के सबसे अच्छे समय की बात करें तो फरवरी से मार्च के दौरान रबी फसलों की कटाई करना अच्छा होता है। जैसा कि सामान्य तौर पर होता भी है। 

रबी की फसल 

  1. रबी सीजन की फसल की बुवाई के लिए तापमान कम होना चाहिए। क्योंकि इसको पकने के दौरान शुष्क जलवायु की जरूरत पड़ती है। 
  2. रबी सीजन की फसल की अक्टूबर-नवंबर के महीने में बुवाई की जाती है। ठंड के मौसम में रबी की फसलों को बोने की वजह से इसको ठंड़ की फसल भी कहा जाता है। 
  3. रबी सीजन की प्रमुख फसलों में गेहूँ, जौ, आलू, चना, मसूर, अलसी, मटर व सरसों आदि फसलों का नाम शामिल जाता है। 
  4. भारत के अंदर सबसे ज्यादा गेहूं और मक्के का उत्पादन किया जाता है। 

ये भी पढ़ें: पूसा वैज्ञानिकों द्वारा गेहूं आदि रबी फसलों के संरक्षण हेतु जरूरी सलाह

रबी की फसल की कटाई 

  1. भारत के अंदर रबी की फसल की खेतों में लहलहा रही है। सामान्यतः रबी की फसल की कटाई का कार्य फरवरी के अंत से शुरू होकर मार्च के आखिर तक किया जाता है। 
  2. रबी सीजन की फसलों की कटाई के बाद रबी की फसल को अच्छी धूप में सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है। फसल के सूखने के बाद मुड़ाई की जाती है। 

मक्का की कटाई 

स्वीट कॉर्न की कटाई 

  1. स्वीट कॉर्न की फसल पकने के बाद प्रतिदिन कुछ बालियों की जांच करें, ताकि कटाई का सही समय पता किया जा सके। 
  2. छल्लियों के पूरे आकार में आने और रेशे के सूखने से कटाई दानों को तोड़ने पर उनमें से दूध निकलता है। 
  3. कटाई में देरी होने से मिठास कम हो जाती है। कटाई हाथों और मशीनों से रात के समय और सुबह करनी चाहिए।
  4. आम तौर पर मक्का को पककर कटाई करने के लिए तैयार होने में करीब 50-60 दिनों का वक्त लगता है। 

गेंहू की कटाई 

  1. गेंहू की कटाई का समय बोई गई किस्म के आधार पर निर्भर करता है। 
  2. गेंहू की छोटे कद की उच्च पैदावार वाली किस्मों की कटाई पत्तों और तने के पीले पड़ने और सूखने पर की जाती है।  
  3. गेंहू फसल की कटाई इसके पके हुए पौधों के सूखने से पहले करने पर नुकसान से बचा जा सकता है।  
  4. गेंहू की अच्छी गुणवत्ता और बेहतर मांग के लिए इसकी समय पर कटाई करना बेहद जरूरी है। 
  5. गेंहू की फसल में दानों के अंदर 25-30 प्रतिशत नमी पर इसको काटना अच्छा होता है। 
  6. किसान गेंहू की कटाई हाथ से या फिर गेंहू काटने वाली कंबाइन आदि मशीनों से भी कर सकते हैं।  

ये भी पढ़ें: गेंहू की किस्म एचडी 2967 की बुवाई से लेकर कटाई तक की संक्षिप्त जानकारी

रबी फसलों की कटाई के बाद उगाई जाने वाली फसलें 

अनाज फसलें 

रबी सीजन के बाद आने वाले जायद सीजन की प्रमुख अनाज फसलों में ज्वार, बाजरा, धान, मक्का आदि शामिल हैं। 

दलहन और तिलहन फसलें 

कृषक बंधुओं, जायद सीजन की दलहन और तिलहन फसलों में सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर आदि फसलें शामिल हैं। 

बागवानी फसलें 

रबी सीजन के बाद जायद सीजन में आमतौर पर गर्मी में खाई जाने वाली सब्जियों और फलों की खेती की जाती है। 

ऐसी स्थिति में क‍िसान गेहूं की कटाई के बाद बागवानी फसलों के रूप में कद्दू, भिंडी, बैंगन, ककड़ी, खीरा, चुकंदर, करेला, प्याज़, मक्का, ज्वार, लोबिया, ग्वार, चरी, लौकी, चिकनी तोरी, आरा तोरी, टिंडा, टमाटर और तरबूज- खरबूज की खेती कर सकते हैं। इनसे 60-65 दिन में उपज हांसिल कर सकते हैं।

 निष्कर्ष -

रबी सीजन की फसलों की कटाई सही समय पर ही करें। इससे आपको अच्छी उपज और अच्छा मुनाफा हांसिल करने में काफी लाभ होगा। 

साथ ही, रबी सीजन की फसलों की कटाई के बाद आप बेहतर उपज और सही मुनाफा देने वाली फसलों का ही चयन करें। 

Similar Posts