किसान साथियों जैसा कि आप जानते हैं, कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। लेकिन, केवल भारत ही नहीं दुनियाभर में और भी बहुत सारे ऐसे देश हैं, जिनकी अर्थव्यवस्था खेती पर पूर्णतय निर्भर होती है।
वर्तमान में इजराइल जैसे देशों ने संसाधनों की कमी के बावजूद खेती के क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है। परंतु, कुछ देशों को प्रकृति से विरासत में कृषि योग्य जमीन और संसाधन मिले हुये हैं। चलिए जानते हैं ऐसे देशों के बारे में।
विश्वभर के कई देशों ने लाख कृषि तकनीकें विकसित कर ली हों, लेकिन भारत ने उन तकनीकों का सही इस्तेमाल करके मिसाल पेश की है।
यहां खेती की आधुनिक तकनीकों के साथ-साथ परंपरागत विधियां भी काफी प्रसिद्ध हैं। आज संपूर्ण विश्व के किसान और वैज्ञानिक भारत आकर जैविक और प्राकृतिक खेती का ज्ञान ले रहे हैं।
हमारे भारत में खेती सिर्फ एक व्यवसाय ही नहीं है, बल्कि 58% फीसद भारतीयों की आजीविका का माध्यम बन चुका है। यहां ग्रामीण लोगों ने खेती का नया इतिहास रच दिया है।
वहीं, डिग्रीधारक युवा और रिटायर्ड प्रोफेशनल भी खेती को नवीन आयाम दे रहे हैं। आंकडों की मानें तो भारत ने बागवानी के क्षेत्र में काफी विकास किया है, जिसके चलते भारत को सबसे बड़े फल उत्पादक की ख्याति प्राप्त है।
यहां का फल विश्वभर में निर्यात किया जा रहा है। विशेषकर केला, अमरूद, आम, नींबू, पपीता और मटर जैसी सब्जियों के साथ-साथ अदरक, काली मिर्च और मिर्च समेत कई फसलों की पैदावार की जाती है।
भारत दूध उत्पादन में पहला, सूखे मेवों के उत्पादन में दूसरा, मछली उत्पादन में तीसरा, अंडा उत्पादन में चौथा और मुर्गी उत्पादन में पांचवा स्थान रखता है।
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आज चीन के पास खेती के लिये 7 प्रतिशत उपजाऊ जमीन मौजूद है। जहां सोयाबीन, ज्वार, गेहूं, बाजरा और मक्का की खेती बड़े स्तर पर हो रही है।
बतादें, कि चीन को चावल का सबसे बड़ा उत्पादन देश कहते है, जो विश्व की 22% फीसद आबादी को खाद्यान्न की आपूर्ति करता है।
आधुनिक होने के साथ-साथ अमेरिका को खेती में वैज्ञानिकीकरण के लिये जानते हैं। इस देश में खेती के लिये स्वदेशी कृषि तकनीकें अपनाई जाती हैं। खास मॉडल अपनाकर यहां के किसान गन्ना, आलू, कॉफी, चुकंदर और केला की खेती करते हैं।
विश्व में कृषि प्रधान देशों में ब्राजील का नाम भी शामिल है, जहां कुल भूमि का 41% प्रतिशत भाग यानी 2.1 अरब एकड़ भूमि पर खेती की जाती है।
ब्राजील में शकरकंद, मक्का, मूंगफली, तंबाकू और भी बहुत सारी फसलें उगाई जाती हैं। बतादें, कि ब्राजील को सोयाबीन का सबसे बड़ा उत्पादक देश कहा जाता है, जो विश्वभर में सोयाबीन के साथ-साथ कॉफी, एथेनॉल आदि का निर्यात करता है।
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रक्षा और औद्योगिक क्षेत्र में रूस का मुकाबला करने में पूरी दुनिया सक्षम नहीं है। लेकिन, यहां खेती से भी लगभग 16% प्रतिशत लोगों का रोजगार जुड़ा है।
बतादें, कि रूस की 23 मिलियन हेक्टेयर से अधिक भूमि पर चुकंदर, गेहूं, आलू, राई, जौ और मक्का की खेती की जा रही है। गेहूं को रूस की प्रमुख खाद्यान्न फसल कहते हैं।
फ्रांस अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और पर्यटन के लिये काफी प्रसिद्ध है। फ्रांस की 7% प्रतिशत आबादी अपनी आजीविका के लिए खेती पर निर्भर करती है।
बतादें, कि यह देश तिलहनी फसलों के साथ-साथ, खाद्यान्न, चुकंदर, दूध उत्पादन और शराब उत्पादन के मामले में नंबर 1 पर आता है।
भारत की भाँति ही मेक्सिको का भी कृषि इतिहास काफी पुराना है। यहां की अर्थव्यवस्था भी कृषि प्रधान है, जहां गेहूं और मक्का जैसी खाद्यान्न फसलों के साथ-साथ गन्ना, मिर्च, केला, ब्लू एगेव, एवोकाडो, बीन्स और अन्य फलों की खेती की जाती है।
बाकी देशों की तुलना में मेक्सिको की 15% फीसद भूमि पर खेती की जा रही है। यह देश पशुधन के साथ-साथ मुर्गी, अंडा और दूध का भी रिकॉर्ड उत्पादन कर रहा है।
आज जापान अपने मनोरंजन, तकनीक और पर्यटन क्षेत्र के लिये बेहद मशहूर है। परंतु, यहां के सकल घरेलू उत्पाद में 16% हिस्सा ही कृषि से ताल्लुक रखता है।
यहां अनाज, मछली, सब्जियां, पहाड़ी पौधे और अन्य सब्जियों का उत्पादन किया जाता है। सामान्यतौर पर जापान एक बड़ी आबादी वाला देश है।
लेकिन, यहां 60 से 65 लाख हेक्टेयर जमीन पर खेती की जा रही है। इस देश ने खेती में रोबोटिक्स का उपयोग करके बड़ा मुकाम हांसिल किया है।
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खेती में विज्ञान के माध्यम से नई तकनीकें ईजाद करके जर्मनी ने पूरी दुनिया के सामने अपना लोहा मनवाया है। यहाँ आलू, अनाज, बीट्स, गोभी, जौ और गेहूं जैसी कई फसलों की खेती की जा रही है।
यहां के 10% प्रतिशत किसान खेती के लिए जैविक विधि अपनाते हैं और दुनियाभर में अपने ऑर्गेनिक उत्पाद निर्यात करते हैं।
भारत की भांति तुर्की भी अपनी इंच-इंच जमीन का उपयोग खेती के लिए करता है। यहां के तकरीबन सभी इलाकों में खेती की जाती है और पर्यटन के बाद खेती ही तुर्की के लोगों का प्राथमिक व्यवसाय है।
बतादें, कि यहां की चाय के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में दुनियाभर में प्रसिद्ध है। तुर्की की 19% प्रतिशत आबादी अपनी आजीविका के लिए खेती पर निर्भर करती है।
यह देश खुबानी, अंजीर और किशमिश का बड़ा उत्पादक देश है। साथ ही, यह अंगूर, सब्जी और तंबाकू उत्पादन में भी शीर्ष देशों में शामिल है।