किसानों को खेती से अच्छा खासा मुनाफा कमाने के लिए लीक से हटकर लाभकारी फसलों की खेती करनी चाहिए। ऐसे में बहुत सारे किसान आज की तारीख में कम लागत और अधिक मुनाफा देने वाली फसलों की तरफ रुख कर रहे हैं।
अगर आप भी किसी 'खजाना' जैसी फसल का विकल्प ढूंढ रहे हैं, जो आपको रातों-रात मालामाल कर दे, तो आपकी तलाश समाप्त हो सकती है।
वास्तविकता में आज हम आपको एक ऐसे फूल के बारे में जानकारी देंगे जिसे 'देवताओं का फूल' और पहाड़ों का 'सफेद सोना' तक कहा जाता है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं, ब्रह्म कमल फूल के बारे में। यह केवल एक फूल नहीं, बल्कि एक बेशकीमती औषधी भी मानी जाती है, जिसकी कीमत बाजार में सोने जैसी है।
आपकी जानकारी के लिए बतादें कि असल में ब्रह्म कमल कोई साधारण फूल नहीं होता है। यह हिमालय की ऊंचाइयों (3000-4800 मीटर) पर खिलने वाला एक दुर्लभ और पवित्र फूल माना जाता है।
इस फूल का नाम भगवान ब्रह्मा के नाम पर पड़ा है। यह साल में केवल एक बार, जुलाई से सितंबर के बीच और वो भी केवल रात में कुछ घंटों के लिए ही खिलता है।
ब्रह्म कमल की कीमत आसमान छूने की वजह से इसकी भारी डिमांड और बहुत कम सप्लाई होती है।
ब्रह्म कमल फूल में कई रोगों को दूर करने के गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा पूजा पाठ में इस फूल का खास महत्व होता है।
यह प्राकृतिक रूप से बेहद ही कम उगता है, जिसकी वजह से इसकी कीमत में और भी बढ़ोतरी हो जाती है।
ब्रह्म कमल की खेती हर जगह नहीं की जा सकती है, इसके लिए एक खास वातावरण, मृदा एवं जलवायु आदि की जरूरत होती है।
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ब्रह्म कमल की खेती के लिए ठंडा मौसम (10-15 डिग्री सेल्सियस) अनुकूल होता है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के ऊंचे पहाड़ी इलाकों में ब्रह्म कमल की खेती को काफी अच्छा माना जाता है।
ब्रह्म कमल की खेती के लिए पथरीली और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है।
किसान ब्रह्म कमल को बीज या कलम (cutting) दोनों विधि से लगाया जा सकता है। इसको अक्सर पॉलीहाउस में नियंत्रित वातावरण में उगाना सबसे अच्छा होता है, ताकि इसको बाहर के मौसम की मार से बचाया जा सके।
ब्रह्म कमल की खेती में शुरुआती निवेश थोड़ा ज्यादा हो सकता है, लेकिन मुनाफा निवेश के मुकाबले कई गुना अधिक हो सकता है।
एक छोटे पॉलीहाउस को बनाने में लगभग ₹1 लाख से ₹2 लाख का खर्च आ सकता है। हालांकि ये खर्च जगह के हिसाब से ऊपर नीचे हो सकता है।
वैसे इसके बीज या पौधे काफी महंगे होते हैं। एक एकड़ के लिए शुरुआती पौधों का खर्च ₹50,000 से ₹1 लाख तक हो सकता है। सबकुछ मिलाकर इसको उगाने में खर्च 2 से 3 लाख तक का हो सकता है।
मार्केट में ब्रह्म कमल के एक फूल की कीमत ₹500 से ₹1000 या उससे भी अधिक हो सकती है।
ब्रह्म कमल के एक अच्छी तरह से विकसित पौधे से एक सीजन में करीब 2 से 5 फूल मिल सकते हैं। ब्रह्म कमल की एक एकड़ में खेती से आमदनी (अनुमानित) की बात करें तो मान लीजिए एक एकड़ में आपने करीब 2000 पौधे लगाए और एक पौधे से औसतन 3 फूल भी मिले और एक फूल की कीमत सिर्फ ₹500 भी मान सकते हैं।
कुल फूल: 2000 पौधे x 3 फूल = करीब 6000 फूल कुल कमाई: 6000 फूल x ₹500 = करीब ₹30,00,000 (तीस लाख रुपये!) के आसपास होगी।
ब्रह्म कमल की खेती में ₹30 लाख (कमाई) - ₹4 लाख (लागत) = करीब ₹26 लाख का शुद्ध मुनाफा होता है। वैसे तो यह मुनाफा हर साल बढ़ता जा सकता है।
वैसे ब्रह्म कमल की खेती हर किसान के लिए नहीं होती है, क्योंकि इसको उगाने की लागत हर किसी के बस में नहीं होती है। इसके अलावा इस खेती को खास वातावरण की भी जरूरत होती है। हालांकि, यह आपको आर्थिक रूप से मालामाल कर सकती है।
प्रश्न : ब्रह्म कमल किसे कहा जाता है ?
उत्तर : ब्रह्म कमल एक दुर्लभ और पवित्र फूल है जिसे देवताओं का फूल और सफेद सोना कहा जाता है।
प्रश्न : ब्रह्म कमल कहाँ पाया जाता है ?
उत्तर : ब्रह्म कमल मुख्य रूप से उत्तराखंड और हिमालयी क्षेत्रों की ऊँचाई पर उगता है।
प्रश्न : ब्रह्म कमल की कीमत कितनी होती है ?
उत्तर : बाजार में ब्रह्म कमल की कीमत सोने जैसी मानी जाती है और यह लाखों रुपये तक पहुँच सकती है।
प्रश्न : ब्रह्म कमल का उपयोग कहाँ होता है ?
उत्तर : ब्रह्म कमल का उपयोग औषधीय गुणों, धार्मिक अनुष्ठानों और आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है।
प्रश्न : क्या ब्रह्म कमल की खेती कहीं भी की जा सकती है ?
उत्तर : हां, पॉलीहॉउस जैसे सिस्टम में नियंत्रित वातावरण के अंदर ब्रह्म कमल की खेती की जा सकती है। लेकिन, ब्रह्म कमल की खेती काफी कठिन और दुर्लभ मानी जाती है।