जैसा कि हम सब सबको पता है, कि रबी सीजन की फसलों की बुवाई का समय शुरू हो गया है। किसान अपने खेत में रबी फसलों का उत्पादन करने के लिए तैयारियां कर रहे हैं।
अब ऐसे में भारत के अधिकांश किसान खेतों में गेहूं की फसल को लगाने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। क्योंकि, रबी सीजन में गेहूं की फसल विशेष तौर पर से अधिक मुनाफा देने वाली उत्तम फसलों में से एक है।
गेहूं की फसल से बेहतरीन उपज अर्जित करने के लिए किसानों को गेहूं के उत्तम गुणवत्ता वाले गेहूं के बीज की अनिवार्यता होती है।
इस बात को मद्देनजर रखते हुए इन दिनों उत्तर प्रदेश के किसानों को आधी कीमतों पर बीज उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को रबी फसलें जैसे कि सरसों, गेहूं, जौ और चना के बीज खरीद पर अच्छा खासा अनुदान प्रदान कर रही है।
कृषकों को यह सुविधा किसान कल्याण मिशन के अंतर्गत शुरू की गई है, ताकि खेती की लागत कम और उत्पादन शानदार हो सके। यहां जानें बीज की कीमत और अन्य आवश्यक जानकारी।
उत्तर प्रदेश के किसानों को कम कीमतों पर रबी सीजन के बीज उपलब्ध करवाने के पीछे राज्य सरकार का प्रमुख उद्देश्य यह है, कि किसान की खेती में लागत कम से कम आ सके और वह फसल से बेहतरीन उत्पादन हांसिल कर सके।
अक्सर देखा गया है, कि प्रदेश में छोटे व आर्थिक रूप से कमजोर किसान बीज का भाव अधिक होने की वजह से उच्च गुणवत्ता वाले बीज खरीदने में असमर्थ होते हैं।
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यूपी सरकार ने किसानों को आधी कीमत पर बीज की यह सुविधा किसान कल्याण मिशन के अंतर्गत शुरू की है।
इस पहल की वजह से राज्य के छोटे किसानों को रबी फसलों के उच्च गुणवत्ता वाले बीज पर लगभग 50% प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है।
जैसे कि गेहूं के उच्च गुणवत्ता वाले 60 किलो बीज की बाजार कीमत 3000 रुपये तक है, तो वह किसानों को कल्याण मिशन के तहत महज 1500 रुपये में दिया जाएगा।
वहीं, अगर किसान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (पूसा) के Wheat HD-3226 किस्म के 40 किलो पैकेट को खरीदते हैं, तो ये बीज उन्हें लगभग 2000 रुपये में हांसिल होंगे।