पराली प्रबंधन के लिए इन कृषि उपकरणों का इस्तेमाल करें

By: tractorchoice
Published on: 24-Oct-2024
पराली प्रबंधन के लिए इन कृषि उपकरणों का इस्तेमाल करें

कृषि से जुड़े छोटे से बड़े कार्यों को करने के लिए किसान को विभिन्न प्रकार के कृषि उपकरणों की जरूरत होती है। किसान मशीनों के साथ जुताई से लेकर ढुलाई तक के समस्त कार्यों को कम समय और खर्च में पूर्ण कर सकते हैं। 

खेती के विभिन्न कार्यों के लिए भिन्न-भिन्न मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है, ठीक इसी प्रकार फसलों की कटाई के पश्चात खेतों में बचे अवशेष का प्रबंधन करने के लिए कृषि यंत्रों की आवश्यकता होती है। 

कृषि यंत्रों का उपयोग करके किसान अपनी खेती को फायदेमंद और पर्यावरण के अनुरूप बनाते हैं।

रोटरी मल्चर

रोटरी मल्चर फसल अवशेष प्रबंधन के लिए इस्तेमाल होने वाले कृषि यंत्रों में से एक है। इस मशीन की सहायता से किसान फसल के अवशेषों और घास को हटाकर जैविक खाद में परिवर्तित कर सकते हैं। 

यह मशीन अवशेषों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटती है और खेत की सतह पर जैविक सामग्री की एक परत बन जाती है, जो मिट्टी की नमी को बनाए रखने में सहयोग करती है। 

इस प्रक्रिया से मृदा की गुणवत्ता में काफी सुधार होता है। किसान रोटरी मल्चर मशीन के साथ एक घंटे में तकरीबन 0.5 से 0.7 हैक्टेयर क्षेत्र में कार्य कर सकते हैं।

स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम

स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम जिसे किसानों के मध्य सुपर स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम के नाम से भी पहचाना जाता है। इस उपकरण को कंबाइन हार्वेस्टर पर लगाया जाता है। 

इसके पीछे से निकलने वाली पराली बहुत बारीक टुकड़ों में काट दी जाती है, जिससे किसानों को पराली जलाने की जरूरत नहीं पड़ती है, जिससे वायु प्रदूषण काफी कम होता है और भूमि की उर्वरकता में सुधार होता है। 

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रीपर कम बाइंडर मशीन

लघु एवं सीमांत जोत की खेती करने वाले कृषकों के लिए रीपर कम बाइंडर मशीन शानदार विकल्प होती है। धान एवं गेहूं की फसल कटाई के लिए यह एक आधुनिक कृषि यंत्र है। 

इसी मशीन की सहायता से किसान फसल की कटाई के साथ-साथ अवशेषों को बांधने का कार्य भी कर सकते हैं। 

रीपर कम बाइंडर मशीन की मदद से किसान एक घंटे में तकरीबन 1 एकड़ अथवा 0.4 हैक्टयर क्षेत्र में फसल कटाई कर सकते हैं। किसान इस मशीन के साथ मजदूरी लागत में काफी हद तक गिरावट कर सकते हैं। 

स्ट्रॉ बेलर

स्ट्रॉ बेलर एक काफी महत्वपूर्ण कृषि यंत्र है, जो फसल कटाई के साथ-साथ शेष बची हुई पराली को एकत्रित करके उसके गट्ठर बना देता है। 

इससे नरवाई को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में बहुत ही सुगमता होती है। किसान इस मशीन के साथ 1 घंटे में तकरीबन 0.3 से 0.4 हैक्टेयर क्षेत्र की कटाई कर सकते हैं। 

इसके अलावा, स्ट्रॉ बेलर मशीन को बाकी किसानों को किराए पर देकर अतिरिक्त आमदनी भी हांसिल की जा सकती है।

हैप्पी सीडर

हैप्पी सीडर मशीन खेत से फसल अवशेष को निकाले बिना ही फसल की सीधी बुवाई कर सकती है। 

इस मशीन के आगे एक रोटावेटर यूनिट लगी होती है, जिससे फसल अवषेश कटकर खेत की मिट्टी में मिल जाती है और खाद में परिवर्तित होकर मिट्टी की उवर्रक शक्ति को बढाती है। 

हैप्पी सीडर मशीन के पीछे जीरो ट्रेलर लगा होता है, जो फसलों की बुवाई करके खेती में बचत बढ़ाती है। इस मशीन के साथ किसान 1 घंटे में करीब 0.3 से 0.4 हैक्टेयर क्षेत्र में कार्य कर सकते हैं।

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