मोटे अनाजों में बिजाई का क्षेत्रफल 42.35 लाख हेक्टेयर से 2 फीसद कम होकर 41.48 लाख हेक्टेयर तक पहुंच चुकी है। ज्वार का क्षेत्रफल 18.32 लाख हेक्टेयर है, जो कि विगत वर्ष की समान अवधि से 6 फीसद कम है।
2023-24 के रबी फसल सीजन में 8 दिसंबर तक 515 लाख हेक्टेयर से ज्यादा रकबे पर रबी फसल की बिजाई हो चुकी है, जिसमें से तकरीबन 80 फीसद क्षेत्र सामान्य है।
हालांकि, इसके बावजूद भी इस साल का क्षेत्रफल विगत वर्ष के समय की तुलना में 3 प्रतिशत कम है, जब 8 दिसंबर तक 529.82 लाख हेक्टेयर पर रबी फसल की बिजाई हुई थी। वहीं, विगत सप्ताह गेहूं की बिजाई में तीव्रता देखने को मिली, जिससे गेहूं के क्षेत्रफल में थोड़ी गिरावट हुई है।
नवीन आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष 8 दिसंबर तक 248.94 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई हुई, जो कि विगत वर्ष की इसी समयावधि में 251.19 लाख हेक्टेयर थी।
इस बार गेहूं का क्षेत्रफल विगत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 0.9 फीसद कम है। यहां तक कि उत्तर प्रदेश में 3.22 लाख हेक्टेयर और मध्य प्रदेश में 2.88 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल पर गेहूं की बिजाई हुई है।
दलहन के रकबे में भी इस वर्ष कमी आई है, जिसमें 8 दिसंबर तक 19.16 लाख हेक्टेयर में दलहन की बिजाई हुई। वहीं, विगत वर्ष इस दौरान यह आंकड़ा 130.03 लाख हेक्टेयर था।
रबी दलहन के प्रमुख क्षेत्रों में, चना का क्षेत्रफल 10 फीसदी कम होकर 81.87 लाख हेक्टेयर तथा मसूर का क्षेत्रफल 4 प्रतिशत कम होकर 15.76 लाख हेक्टेयर ही रह गया है।
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मोटे अनाजों में बिजाई का क्षेत्रफल 42.35 लाख हेक्टेयर से 2 फीसद कम होकर 41.48 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। ज्वार का क्षेत्रफल 18.32 लाख हेक्टेयर है, जो कि बीते वर्ष की समान अवधि से 6 फीसद कम है।
मक्के का रकबा विगत वर्ष के 14.34 लाख हेक्टेयर से 2 प्रतिशत बढ़कर 14.61 लाख हेक्टेयर है। जौ की बिजाई विगत वर्ष के समतुल्य है और 7.99 लाख हेक्टेयर तक पहुंची है।
तिलहन में सरसों की बिजाई इस साल काफी ज्यादा हुई है, जिसमें सरसों का क्षेत्रफल विगत वर्ष के 87.24 लाख हेक्टेयर से 2 फीसद होकर 89.18 लाख हेक्टेयर है।
समस्त तिलहन का क्षेत्रफल इस वर्ष 95.31 लाख हेक्टेयर है, जो कि विगत वर्ष के 94.35 लाख हेक्टेयर से बढ़कर है। रबी धान का क्षेत्रफल एक वर्ष पूर्व के 11.9 लाख हेक्टेयर के अपेक्षा में 10.74 लाख हेक्टेयर है। बतादें, कि सर्वाधिक धान की बिजाई तमिलनाडु में हुई है।