भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ की 70% प्रतिशत जनसँख्या की आजीविका का प्रमुख साधन कृषि है।
कृषि उत्पादन में बीज का काफी महत्वपूर्ण योगदान है। बीज साफ, स्वस्थ और खरपतवारों से रहित होना चाहिए।
उत्तम गुणवत्ता वाला बीज सामान्य बीज की अपेक्षाकृत करीब 15 से 20% अधिक उत्पादन देता है।
इसलिए शुद्ध और स्वस्थ प्रमाणित बीज अच्छी पैदावार का आधार होता है। इससे समय व पैसे की बचत होती है।
उन्होंने कहा कि गेहूं के बीज को फफूंदनाशक, कीटनाशक, जैविक खाद से उपचारित करके ही बोएं।
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, बीज जनित व मिट्टी जनित रोगों से बचाव के लिए बीजों को 2 ग्राम वीटावैक्स या 2.5 ग्राम कार्बेन्डाजिम 2 ग्राम थीरम या 2.5 ग्राम मैन्कोजैब नामक दवा से बोने से पहले प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें। उसके बाद ही खेत के अंदर उसकी बिजाई करें।
बीज की माभा जमीन की दशा, बोने का समय व विधि पर निर्भर करती है। गेहूं की बिजाई के लिए 40 किलो बीज प्रति एकड़ काफी है।
छिड़काव विधि में 50 किलो, पछेती बिजाई के लिए 60 किलो प्रति एकड़ होनी चाहिए।
बिजाई 25 अक्टूबर से 15 नवंबर तक का समय सबसे अच्छा होता है। बिजाई के समय औसत तापमान 22 डिग्री सेल्सिय होना चाहिए।
ये भी पढ़ें: पैड़ी ड्रम सीडर पर किसानों को मिल रही सब्सिडी ऐसे करें आवेदन
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, किसानों को सदैव हैप्पी सीडर या सीड ड्रिल के द्वारा ही बिजाई करनी चाहिए।
लंबी बढ़वार वाली किस्मों की बिजाई 6 से 7 सेमी गहरी करें। अन्य किस्मों को 5 से 6 सेमी गहरी बिजाई करें।
समय पर बिजाई के लिए 2 खूड़ों का फसला 20 सेमी रखें, जबकि पछेती बिजाई के लिए दो खूड़ों का फासला 18 सेमी तक रखें।
गेंहू की बिजाई के लिए डब्ल्यू एच-1105, एचडी- 2967, एचडी-3086, एचडी-3326, डोबी डब्ल्यू-187 (करण वंदना), डीबी डब्ल्यू-222 (करण नरेंद्र), डब्ल्यू एच-1184, पीबी डब्ल्यू-826 आदि किस्में शानदार हैं।
अगेती बिजाई के लिए किस्में- डीबी- 303 (करण वैष्णवी, डब्ल्यू एच-1270, डब्ल्यू एच-1080, डब्ल्यूएच- 11422 किस्मे हैं।
वहीं, पछेती बिजाई के लिए किस्में- एचडी-3059 (पूषा पछेती), एचडी-3117, एचडी-3167, एचडी-3018, राज-3765, राज-3077, एचडी-2864, डब्ल्यू एच-1124, डब्ल्यू एच-1021, डीबी डब्ल्यू-173 किस्म हैं।
ये भी पढ़ें: नवंबर-दिसंबर में करें काले गेंहू की खेती मिलेगा सामान्य गेंहू से कई गुना अधिक मुनाफा
केआरएल-213, केआरएल-210, डीबी डब्ल्यू-187 (करण वंदना), डीबी डल्ब्यू-222 (करण नरेंद्र) व डीबी डब्ल्यू-333 गेहूं की बहुत ही बढ़िया किस्म है।
इन किस्मों की बिजाई करके किसान काफी शानदार उपज प्राप्त कर सकते हैं। ये तीनों किस्में गेंहू व जौ अनुसंधान करनाल द्वारा विकसित की गई हैं।