दूध की मशीन के नाम से जानी जाती है इस नस्ल की भैंस

By: tractorchoice
Published on: 14-Dec-2023
दूध की मशीन के नाम से जानी जाती है इस नस्ल की भैंस

मुर्रा भैंस एक अच्छी दूध उत्पादक नस्ल है। इसलिए देश भर में बहुत से पशुपालक इस भैंस का पालन करते हैं। जिससे उन्हें अच्छा लाभ मिलता है। यह नस्ल हरियाणा और पंजाब में सबसे अधिक पाई जाती है। 

ये भैंस की नस्ल बहुत महंगी होती है। आइए इसके बारे में विस्तार से चर्चा करें, भारत में कृषि और पशुपालन का बहुत पुराना इतिहास है। यहां किसान पशुपालन और खेती करके अधिक आय कमा सकते हैं। 

यही कारण है कि देश भर में नई नस्ल की गायों और भैंसों को खूब पाला जाता है, क्योंकि उनके दूध से अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। गाय और भैंस दोनों अधिक दूध देते हैं।

ये नस्लें डेयरी क्षेत्र के लिए बहुत फायदेमंद हैं। भैंस का गाढ़ा दूध, गाय के दूध से अधिक पसंद किया जाता है। इसलिए अधिकांश डेयरी उद्यमी भैंस पालन करना पसंद करते हैं।

यदि आप भी भैंस पालन करके अपना डेयरी उद्यम शुरू करना चाहते हैं, तो आज हम आपको  भैंस की एक ऐसी नस्ल के बारे में बताएंगे जो आपको मोटा मुनाफा देगी।

इन राज्यों में किया जाता है सब से ज्यादा पालन

यह देश भर में प्रसिद्ध दूध उत्पादक भैंस की एक उन्नत नस्लहै। इसलिए देश भर में बहुत से पशुपालक इस भैंस को पालन करते हैं। जिससे उन्हें अच्छा लाभ मिलता है। 

यह भैंस नस्ल हरियाणा और पंजाब से आती है। इसका उत्पादन भिवानी, हिसार, रोहतक, जिंद, झझर, फतेहाबाद और गुड़गांव में होता है। 

यह देश की राजधानी दिल्ली के इलाकों में भी बहुत लोकप्रिय है। इटली, बुल्गारिया, मिस्र और अन्य देशों में भी डेयरी भैंस के दूध उत्पादन में सुधार हुआ है।

दूध ज्यादा तो कीमत भी ज्यादा

इस भैंस की नस्ल बहुत महंगी होती है। Murrah Buffalo की कीमत 50 हजार से 5 लाख रुपये तक हो सकती है। अब आप एक भैंस के लिए दो लाख रुपये बहुत कम नहीं होंगे। 

लेकिन इसकी दूध देने की क्षमता पर ध्यान देने से इसकी अधिक कीमत का कारण स्पष्ट हो जाएगा। मुर्रा भैंस की गर्भावधि 310 दिन की होती है। नियमित देखभाल करने से इस नस्ल की भैंस प्रति दिन 20 से 30 लीटर दूध दे सकती हैं। 

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मुर्रा नस्ल की पहचान और विशेषताएं

  • यह विश्व की सबसे अच्छी भैंस की दुधारू नस्ल है.
  • वैसे तो यह भैंस भारत के सभी क्षेत्रों में पाई जाती है। 
  • लेकिन, ज्यादातर इसका पालन दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में किया जाता है। 
  • भैंस की इस नस्ल के सींग जलेबी की तरह घुमावदार होते हैं। 
  • रंग की बात करें तो भैंस की इस नस्ल का रंग काला होता है। 
  • मुर्रा भैंस का सिर छोटा और पूंछ लंबी होती है. साथ ही इसका पिछला हिस्सा सुविकसित होता है। 
  • इस भैंस का सिर, पूंछ और पैर पर सुनहरे रंग के बाल भी मिलते हैं। 
  • मुर्रा भैंस की गर्भावधि करीब 310 दिन की होती है। 
  • ये भैंस हर दिन में 20 से 30 लीटर तक दूध दे सकती है। 

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