अत्यधिक तापमान के कारण इस समय सरसों की फसल में पहली सिंचाई जल्द करने पर कालर रॉट नामक बीमारी का खतरा बढ़ गया है, जिससे फसल झुलसने की संभावना बन रही है।
इस समस्या पर बात करते हुए भारतीय सरसों अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. पी. के. राय ने किसानों को सलाह दी कि वे सरसों की फसल में पहली सिंचाई करते समय भूमि में नमी की स्थिति को ध्यान में रखें और केवल आवश्यकता अनुसार ही सिंचाई करें।
स्ट्रेप्टोमाइसिन 200 पीपीएम (200 मिलीग्राम प्रति लीटर पानी) का एवं कार्बेन्डाजिम का 2 प्रतिशत घोल बनाकर पौधों पर छिड़काव करें। ध्यान रखें कि छिड़काव संक्रमित भाग पर अवश्य पहुँचे।
सभी किसान भाई अपनी फसल की सुरक्षा के लिए इन निर्देशों का पालन करें और उचित सावधानी बरतें।
किसी भी जानकारी या सहायता के लिए नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) या स्थानीय कृषि अधिकारी से संपर्क करें।
जारीकर्ता: भारतीय सरसों अनुसंधान संस्थान, सेवर, भरतपुर