समय के साथ साथ मशीनीकरण और आधुनिकता का प्रभाव हर क्षेत्र की तरह कृषि पर भी पड़ा है। आज के समय में किसान परंपरागत कृषि प्रणाली की जगह आधुनिक कृषि तकनीकों को अपना रहे हैं।
किसान भाइयों ट्रैक्टरचॉइस के इस लेख में हम आपको खेती की कुछ आधुनिक तकनीकों के बारे में बताएंगे।
यह पद्धति फसल के स्वास्थ्य, मिट्टी की नमी, और पोषक तत्वों के स्तर को समझने के लिए डेटा विश्लेषण, उपग्रह इमेजरी और सेंसर का उपयोग करती है।
किसान इस जानकारी का उपयोग सटीक खेती की योजना बनाने के लिए कर सकते हैं जो फसल की उपज को अनुकूलित कर बाधाओं को कम करती है।
हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग तकनीक के माध्यम से बिना मिट्टी के जलवायु को नियंत्रित कर खेती की जा सकती है। इसमें केवल पानी के जरिए से समस्त आवश्यक खनिज और उर्वरक पौधों को दिए जाते हैं।
हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग में फसल की उत्पादन के लिए केवल पानी, पोषक तत्व और प्रकाश की आवश्यकता होती है। इस तकनीक से पौधे मिट्टी में लगे पौधों की अपेक्षा 20-30% अच्छी तरीके से विकास करते हैं।
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एरोपोनिक्स खेती का एक पर्यावरण के अनुकूल तरीका है, जिसमें जड़ें हवा में लटकी रहती हैं और पौधे बिना मिट्टी के आर्द्र वातावरण में बढ़ते हैं।
इस विधि में पौधों की जड़ों पर पानी और पोषक तत्त्वों के घोल का छिड़काव किया जाता है। यह तकनीक किसानों को ग्रीनहाउस के अंदर आर्द्रता, तापमान, पीएच स्तर और जल चालकता को नियंत्रित करने में सक्षम बनाती है।
कृषि योग्य भूमि की कमी को देखते हुए वर्टिकल फार्मिंग सीमित स्थान पर अधिक पौधे लगाने का बेहतरीन तरीका है। वर्टिकल फार्मिंग के जरिए उगाई गई सभी फसलें पारंपारिक कृषि पद्धतियों की तुलना में 95% प्रतिशत से अधिक जल कुशल होती हैं।
इस विधी के माध्यम से हवा में नमी बरकरार रहती है और पर्यावरण में प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
परिशुद्ध खेती, हाइड्रोपोनिक्स, एरोपोनिक्स और वर्टिकल खेती आधुनिक खेती के कुछ उदाहरण हैं जो किसानों के बीच काफी लोकप्रियता हासिल कर रहे है।
यह कृषि पद्धतियां किसानों की मुश्किलें एवं प्राकृतिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कृषि राह में आनेवाली बाधाओं को दूर कर किसानों को उचित तरीके से खेती करने में निश्चित ही मददगार साबित हो रही है।
जानकारी के लिए बतादें, कि आधुनिक खेती के तरीके किसानों को डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि और टिकाऊ खेती के विकल्प प्रदान करके कृषि उद्योग में क्रांति ला रहे हैं।