सरकार की तरफ से किसानों की आमदनी को दोगुना करने की हर संभव कोशिश की जा रही है। इसके अंतर्गत किसानों को खेती में नवीन तकनीकों के उपयोग पर जोर दिया जा रहा है।
इसके लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य सरकार की तरफ से राज्य के किसानों को खजूर की खेती पर 1.60 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जा रहा है।
भारत के अंदर खजूर की खेती अब किसानों के लिए एक शानदार विकल्प बनकर उभर रही है। खजूर की खेती की मुख्य बात यह है, कि इसकी खेती कम पानी और कम लागत में की जा सकती है।
ऐसे में इसकी खेती उन इलाकों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। जहां सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता काफी कम है। किसान खजूर की खेती से काफी शानदार मुनाफा अर्जित कर सकते हैं।
राज्य सरकार की ओर से “एकीकृत बागवानी मिशन” (MIDH) के तहत खजूर की खेती पर सब्सिडी देने का फैसला किया गया है।
योजना 2025 के तहत किसानों को खजूर की खेती के लिए प्रति हैक्टेयर 1.60 लाख रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है। यह सब्सिडी उन किसानों के लिए है जो खजूर की खेती को अपनाना चाहते हैं या पहले से कर रहे हैं और अपने क्षेत्र में इसका विस्तार करना चाहते हैं।
अनुदान की यह राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में DBT स्कीम (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजी जाएगी, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और तेज हो।
राज्य सरकार खजूर की खेती के इच्छुक किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण और मार्गदर्शन भी प्रदान कर रही है। इसके तहत किसानों को मिट्टी की जांच, पौध चयन, सिंचाई पद्धति और देखभाल के आधुनिक तरीकों की जानकारी दी जा रही है।
कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) और बागवनी विभाग के माध्यम से यह सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है, ताकि किसान खजूर उत्पादन को वैज्ञानिक तरीके से कर सकें।
अभी हरियाणा सरकार की ओर से “एकीकृत बागवनी विकास मिशन” के तहत राज्य के किसानों को खजूर की खेती पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
खासकर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में खेती करने वाले किसानों को प्राथमिकता दी जा रही है। ऐसा इसलिए कि यहां पानी की कमी है, ऐसे में यहां के किसानों के लिए कम पानी में फसल जैसे खजूर की खेती से अच्छा लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
प्रदेश के अनुदान पाने हेतु इच्छुक किसान अपने नजदीकी बागवानी विभाग कार्यालय में जाकर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा हरियाणा सरकार की कृषि संबंधित वेबसाइटों पर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी मौजूद है। आवेदन के लिए आपको जिन आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत है, वे निम्नलिखित हैं :-
प्रश्न: किस राज्य में मिल रही खजूर की खेती पर सब्सिडी ?
उत्तर : हरियाणा
प्रश्न : किस संस्थान द्वारा खजूर की खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ?
उत्तर: केवीके (KVK)
प्रश्न: किस मिशन के तहत सब्सिडी प्रदान की जा रही है ?
उत्तर: “एकीकृत बागवानी विकास मिशन”