इन सब्जियों को बेहद कम समय में घर पर ही उगा सकते हैं

By: tractorchoice
Published on: 15-Dec-2023
इन सब्जियों को बेहद कम समय में घर पर ही उगा सकते हैं

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि बहुत सारी ऐसी सब्जियां हैं, जो काफी कम समय में ही उग जाती हैं। ये सब्जियां काफी कम समयांतराल में तैयार हो जाती हैं। साथ ही, इन्हें उगाने के लिए लागत भी काफी कम लगती है।

अगर आप खेती करते हैं, तो ये समाचार आपके लिए बेहद आवश्यक है। यहां हम आपको कुछ ऐसी सब्जियों के विषय में बताऐंगे, जो बेहद शीघ्रता से उगती हैं। इन्हें उगाने में लागत भी काफी कम आती है। सबसे तीव्रता से उगने वाली सब्जियां अंकुरण के पश्चात सिर्फ 3 से लेकर 8 सप्ताह के समयांतराल में ही तैयार हो जाती हैं। इन सब्जियों को उगाना काफी सहज होता है। ये सब्जियां घर के गार्डन अथवा गमले में भी उगाई जा सकती हैं। साथ ही, कृषक भाई इन्हें उगाकर शानदार मुनाफा भी हांसिल कर सकते हैं।

पालक सब्जी 

पालक एक ऐसी सब्जी है, जो कि काफी कम समयावधि में तैयार हो जाती है। पालक की फसल 3 से 4 सप्ताह के अंतराल में तैयार हो जाती है। पालक एक पौष्टिक सब्जी होती है, जो कि आयरन, विटामिन ए एवं सी का शानदार स्रोत भी है। इसकी खेती भारत के तकरीबन समस्त राज्यों में की जाती है। बाजार में इसकी मांग भी काफी ज्यादा होती है। 

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धनिया सब्जी 

धनिया भी 3 से लेकर 4 सप्ताह के समयांतराल में तैयार हो जाता है। धनिए को आप गमले के अंदर भी उगा सकते हैं। धनिया की बिजाई करने के लिए फरवरी से मार्च का माह सबसे शानदार होता है। इसकी बिजाई के लिए बलुई दोमट मृदा सबसे शानदार होती है। इसकी फसल की नियमित रूप से सिंचाई करनी जरूरी है। 

मूली सब्जी 

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि 3 से लेकर 4 हफ्ते के समयांतराल में होने वाली सब्जियों में मूली का नाम भी शम्मिलित है। मूली का उपयोग सलाद के तोर पर भारत के घर-घर में होता है। होटलों पर भी इसकी काफी बड़ी मात्रा में सप्लाई होती है। इसकी रोपाई में भी लागत काफी कम आती है। 

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मेथी सब्जी 

मेथी की फसल 4-5 सप्ताह के अंतराल में तैयार हो जाती है। सर्दियों के दिनों में इसे काफी पसंद किया जाता है। मेथी विटामिन ए, सी, तथा के का शानदार स्रोत है। इसका इस्तेमाल सब्जी, साग तथा मसाले के तोर पर होता है। मेथी की खेती के लिए खेत की बेहतरीन ढ़ंग से तैयारी करें। खेत की 2-3 बार गहरी जुताई करें। आखिरी जुताई के वक्त प्रति हेक्टेयर 15-20 टन गोबर की खाद अथवा कम्पोस्ट मिला लें। 

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