ट्रैक्टरचॉइसके इस लेख में आज हम आपको भैंस की एक ऐसी नस्ल के विषय में जानकारी देने वाले हैं, जो कि केवल भारत के अंदर ही नहीं विश्वभर में सर्वाधिक दूध देने वाली भैंस की नस्लों में से एक है।
मुर्रा भैंस की जानकारी, यह एक ऐसी नस्ल की भैंस है, जिसके संबंध में केवल पशुपालक ही नहीं आम लोगों को भी मालूम होता है।
हरियाणा की मुर्रा भैंस, मुख्य रूप से हरियाणा के कई जनपदों में पाई जाने वाली मुर्रा भैंस की जिसको काला सोना के नाम से भी जाना जाता है।
इस मुर्रा भैंस की दुग्ध उत्पादन क्षमता के विषय में बात करें तो इस मामले में कोई और नस्ल की भैंस इसके दूर-दूर तक मुकाबले में नहीं है।
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि भारत के अंदर तकरीबन 5 करोड़ मुर्रा भैंसों का पालन किया जा रहा है, जो कि किसी और नस्ल की भैंसों के मुकाबले में काफी ज्यादा है।
भारत के अंदर खेती और पशुपालन की परंपरा काफी प्राचीन है। यहां किसान खेती के साथ पशुपालन कर ज्यादा धन अर्जन करने में सक्षम हैं।
यही वजह है, कि नवीन नस्लों की गायों और भैंसों का पालन किया जा रहा है और उनके दूध की बिक्री की जा रही है। गाय और भैंस की बहुत सारी प्रजातियां ज्यादा दूध प्रदान करती हैं।
ये नस्लें डेयरी उद्योग के लिए काफी अच्छी हैं। भैंस का दूध गाय के दूध की तुलना में अधिक पसंद किया जाता है।
इसकी मुख्य वजह है, कि भैंस का दूध गाय से भी ज्यादा गाढ़ा होता है। आज हम आपको भैंस की उन नस्लों के संबंध में जानकारी देंगे, जिनसे ज्यादा दूध प्राप्त होता है।
ये भी पढ़ें: भारत की सबसे ज्यादा दूध देने वाली टॉप 4 भैसों की नस्लें
मुर्रा भैंस का सिर छोटा और पूंछ लंबी होती है। साथ ही इसका पिछला हिस्सा सुविकसित होता है। इस भैंस का सिर, पूंछ और पैर पर सुनहरे रंग के बाल भी मिलते हैं।
मुर्रा भैंस की गर्भावधि करीब 310 दिन की होती है। अगर इसकी अच्छी देखभाल हो तो ये भैंस हर दिन में 20 से 30 लीटर तक दूध देती है।
पशुपालकों को इस भैंस के दूध के भाव भी काफी अच्छे मिलते हैं। मुर्रा भैंस के दूध की कीमत की बात करें तो इसकी कीमत बाजार में काफी अच्छी है। इस भैंस की कीमत 50,000 रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक होती है।