By: tractorchoice
Published on: 26-Mar-2025
भारत में पशुपालन एक बेहद महत्वपूर्ण कारोबार है। गाय पालन से लोग दूध की बिक्री से अच्छी-खासी आमदनी कर सकते हैं।
दूध, जैविक खाद और अन्य दुग्ध उत्पादों की बढ़ती मांग की वजह से यह एक लाभदायक व्यवसाय बनकर उभरा है। गाय की उत्तम नस्ल का चयन करके डेयरी फार्मिंग से ज्यादा मुनाफा अर्जित किया जा सकता है।
कुछ भारतीय नस्लें बेहतरीन दुग्ध उत्पादन, बेहतर सहनशक्ति और कम देखभाल में भी शानदार लाभ प्रदान करती हैं। अगर आप भी डेयरी व्यवसाय प्रारंभ करना चाहते हैं, तो यह 5 भारतीय गाय की नस्लें आपकी आय बढ़ाने में सहयोग कर सकती हैं।
गाय की 5 उन्नत किस्में
1. गिर गाय
- गिर गाय से जुड़ी कुछ खास बातें निम्नलिखित हैं :
- गिर नस्ल की गाय प्रमुख रूप से गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के अंदर पाई जाती हैं।
- यह नस्ल अपनी ऊँची दूग्ध उत्पादन क्षमता और सहनशक्ति के लिए काफी मशहूर है।
- गिर गाय एक दिन में 12 से 15 लीटर तक दूध प्रदान कर सकती है।
- गिर गाय के दूध में औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिससे देश और विदेश में इसकी काफी ज्यादा मांग बढ़ गई है।
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2. साहीवाल गाय
- साहीवाल गाय से जुड़ी कुछ खास बातें निम्नलिखित हैं :
- साहीवाल गाय प्रमुख रूप से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में पाई जाती हैं।
- यह गाय कम चारा खाने के बावजूद भी अधिक दुग्ध उत्पादन करती हैं।
- साहीवाल गाय के दूध में स्वास्थ्य के लिए लाभकारी ए2 प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
- साहीवाल नस्ल की गाय बड़ी ही आसानी से गर्मी को सहन कर सकती है।
- साहीवाल नस्ल की गाय बीमार भी काफी कम पड़ती है, जिससे इसको पालना काफी आसान होता है।
3. थारपारकर गाय
- थारपारकर गाय से जुड़ी कुछ खास बातें निम्नलिखित हैं:
- थारपारकर नस्ल प्रमुख रूप से राजस्थान और गुजरात के शुष्क क्षेत्रों में पाई जाती है।
- थारपारकर गाय कठोर जलवायु में भी काफी अच्छी तरह से जिंदा रह सकती है।
- थारपारकर गाय लगभग 10-12 लीटर तक दूध प्रतिदिन प्रदान कर सकती है।
- थारपारकर नस्ल की गायें काफी कम बीमार पड़ती हैं और इन्हें पालना भी काफी आसान होता है।
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4. राठी गाय
- राठी गाय से जुड़ी कुछ खास बातें निम्नलिखित हैं:
- राठी नस्ल राजस्थान की एक लोकप्रिय नस्ल है, जो कि अपनी दुग्ध उत्पादन क्षमता के लिए जानी जाती है।
- यह नस्ल रोजाना 8-10 लीटर तक दूध प्रदान करती है और कम देखभाल में भी काफी दूध प्रदान करती है।
- राठी नस्ल की गाय का दूध कई सारे स्वास्थ्यवर्धक पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
- गाय की इस राठी नस्ल की दुग्ध उत्पादन क्षमता के चलते इसको डेयरी व्यवसाय के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
5. लाल सिंधी गाय
- लाल सिंधी गाय से जुड़ी कुछ खास बातें निम्नलिखित हैं:
- लाल सिंधी गाय विशेष रूप से पाकिस्तान और भारत के कुछ इलाकों में पाई जाती है।
- यह कम देखभाल में भी काफी अच्छा दुग्ध उत्पादन करती है और गर्म जलवायु को झेलने की भी क्षमता रखती है।
- लाल सिंधी गाय रोजाना 10-12 लीटर दूध देती है और कई सारे रोगों से बचाव के लिए जानी जाती है।
- गाय पालन से होने वाले क्या-क्या फायदे हैं ?
गाय पालन से होने वाले निम्नलिखित लाभ
बेहतरीन दुग्ध उत्पादन क्षमता
उपरोक्त में बताई गई नस्लों की गायें अच्छी खासी मात्रा में दूध देती हैं, जिससे कमाई काफी अच्छी होती है।
कम देखभाल में ज्यादा लाभ
गाय की ये नस्लें कम बीमार पड़ती हैं, जिससे इनके इलाज और देखभाल का खर्च काफी कम आता है।
गोबर से अतिरिक्त आय
गोबर से जैविक खाद, बायोगैस और अन्य उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं।
दुग्ध उत्पादों की बढ़ती मांग
दूध से घी, मक्खन, दही और पनीर जैसे उत्पाद बनाकर अतिरिक्त कमाई की जा सकती है।
सरकारी सहायता योजनाएं
पशुपालकों को सरकार की तरफ से अनुदान और ऋण जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
निष्कर्ष -
उपरोक्त में बताई गई गाय की 5 बेहतरीन दुग्ध उत्पादक गाय की नस्लों का पालन कर किसान काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।