जैसा कि आप सब लोग जानते हैं, कि सर्दियों का मौसम शुरू होने वाला है। बाजार एवं मंडियों में सर्दी के वक्त में हरी सब्जियों की मांग बढ़ जाती है। यही कारण है, कि किसान अपने खेत में मौसम के मुताबिक खेती करते हैं।
बाजार में सब्जियों की मांग मौसम के अनुसार, निरंतर परिवर्तनशील रहती है। ऐसी स्थिति में यदि आप मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो आपके अपने खेत में मौसम के अनुरूप सब्जियों की खेती करना काफी अच्छा रहता है।
अब ऐसी स्थिति में अधिकांश किसान परंपरागत खेती की अपेक्षा सब्जियों की खेती की तरफ अपना रुझान कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में आप भी अक्टूबर माह में इन 5 सब्जियों की खेती कर काफी मोटी कमाई कर सकते हैं।
अच्छे लाभ के लिए किसानों को अपने खेत में सर्दियों के मौसम के अनुसार खेती करनी चाहिए। जैसे कि अक्टूबर-नवंबर के महीने में किन-किन सब्जियों की खेती करें। आइए जानते हैं, कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक अक्टूबर के महीने में किसानों को किन सब्जियों को लगाने की सलाह दी जाती है।
फूलगोभी की खेती (Cauliflower Farming) भी सितंबर-अक्टूबर महीने में बड़े स्तर पर की जाती है। इसके लिए अच्छी जल-निकास वाली दोमट या बलुई मिट्टी की आवश्यकता होती है।
अच्छी पैदावार के लिए खेत को अच्छी तरह से तैयार करने के लिए 3 से 4 बार जुताई कर पाटा मारकर एकसार कर देना चाहिए। साथ ही, समय-समय पर कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क कर सलाह लेनी चाहिए।
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आजकल फ्रोजन मटर की मांग बाजार में काफी ज्यादा है। यह सब्जी एक से दो महीने में पककर तैयार हो बाजार में बिकने लग जाती है। वहीं, सर्दियों में मटर की मांग सर्वाधिक होने से किसान मोटी आमदनी कर सकते हैं।
दरअसल, मटर की खेती (Pea Farming) से काफी उपज पाने के लिए खेत में नमी होनी काफी आवश्यकता है। इस बात का विशेष ख्याल रहे कि बारिश वाले इलाकों में मटर की खेती बिल्कुल न करें, अन्यथा आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि, बारिश होने से मिट्टी सख्त हो जाती है और ऐसे में मटर के पौधे सही से विकसित नहीं हो पाते हैं।
सर्दियों के मौसम में पत्तेदार सब्जियां बाजार में सर्वाधिक देखने को मिलती है। क्योंकि, इन सब्जियों के माध्यम से अधिक मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त किए जाते हैं। पालक (Spinach) का नाम हरी सब्जियों में सर्वप्रथम आता है।
पालक में औषधीय गुण की वजह इसकी मांग काफी ज्यादा होती है। पालक को एक बार लगाने के उपरांत इसकी कटाई बहुत बार की जा सकती है। इसको तैयार होने में भी काफी कम समय लगता है।
पालक की खेती के लिए हल्के सर्द के मौसम की आवश्यकता होती है। किसान इसकी शानदार उपज पाने के लिए ऑलग्रीन, पूसा, पूसा हरित और पूसा ज्योति जैसी पालक की किस्मों की खेती कर सकते हैं।
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प्याज की खेती (Onion Farming) से काफी शानदार पैदावार पाने के लिए लाल दोमट व काली मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है। क्योंकि, इन मिट्टियों में अच्छी तरह से जल निकासी की सुविधा होती है।
मृदा में ज्यादा अम्लीय और क्षारीय पन प्याज की खेती पर असर डालता है। लेकिन ध्यान रहे कि आपको प्याज लगाने से पूर्व मिट्टी की जांच अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) जाकर करा लेना चाहिए।
भारत में ब्रोकली की खेती (Broccoli Cultivation) अधिकांश सितंबर-अक्टूबर के माह में की जाती है। सर्दियों में इसकी मांग बेहद अधिक रहती है। ऐसे में यदि किसान ब्रोकली की खेती करें, अच्छी खासी आमदनी कर सकते हैं।
इसकी खेती के लिए 5 से 6 घंटे रोशनी की आवश्यकता होती है। यह अगले माह के अंतिम तक पूरी तरह से तैयार हो जाती है।