रतालू की खेती से संबंधित विस्तृत जानकारी

By: tractorchoice
Published on: 28-Apr-2025
sweet potato cultivation

किसानों का फोकस अब ऐसी फसलों की खेती करने पर अधिक है जहां कम लागत में छप्‍परफाड़कमाई हो। इसी कड़ी में एक खास चीज की खेती किसान कर रहे हैं, जिसे सभी 'रतालू' के नाम से जानते हैं। गर्मियों के सीजन में इसकी डिमांड काफी रहती है। एक बार इसे लगाने के बाद आपको बंपर उत्‍पादन भी मिलता है।

रतालू शंकरकंद की भांति दिखने वाली सब्जी होती है। यह जमीन के नीचे उगती है। इसको पकाकर, उबाल कर, भून कर, तल कर या सेककर खाया जा सकता है। रतालू के माध्यम से सब्जी, चिप्स, वेफर इत्यादि तैयार किया जाता है। 

रतालू की खेती प्रमुख तौर पर अफ्रीका में होती है। लेकिन, वर्तमान में रतालू की खेती भारत के विभिन्न राज्यों में की जा रही है। रतालू का सर्वाधिक उत्पादन मेवाड़ के इलाके में किया जाता है।

रतालू के लिए उपयुक्त मृदा  

रतालू की खेती के लिए दोमट मृदा सबसे अच्छी होती है। यदि आप रतालू की खेती करना चाहते हैं, तो आपको उपजाऊ एवं उचित जल निकास वाली जमीन का ही चयन करना चाहिए। रतालू की खेती के लिए क्षारीय जमीन अच्छी नहीं होती है।

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रतालू के लिए भूमि तैयारी 

रतालू के लिए खेत तैयार करते समय सबसे पहले खेत की गहरी जुताई करें। रतालू के लिए आप ट्रैक्टर, रोटावेटर और कल्टीवेटर की मदद ले सकते हैं। क्यारियों में 50 सेंटीमीटर के फासले पर डोलियां बना लें। अब इन डोलियों पर 30 सेंटीमीटर की दूरी पर रतालू की बुवाई करें।

रतालू की बुवाई हेतु उपयुक्त महीना 

जानकारी के अनुसार रतालू की खेती का उचित समय अप्रैल से जून तक का माना जाता है। लेकिन कई जगहों पर किसान इसकी बुवाई मार्च माह में ही कर देते हैं और नवंबर में रतालू निकालने का काम शुरू हो जाता है।

रतालू की सिंचाई

रतालू की बुवाई के बाद इसकी सिंचाई पर जरूर ध्‍यान देते रहें। इसकी फसल को बुवाई से लेकर तैयार होने तक करीब 15 से लेकर 25 सिंचाइयों की जरूरत होती है।

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रतालू की कटाई 

रतालू की फसल 8 से 9 माह में तैयार हो जाती है। इसके बाद रतालू के पौधे खोदकर निकाला जाता है।

रतालू की खेती में खर्च व आय ?

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, रतालू की एक बीघा खेत में बुवाई करने पर लगभग 15,000 रुपये की लागत आती है। सफेद रतालू का होलसेल भाव 15 से 20 रुपये किलोग्राम और लाल रतालू का होलसेल भाव 30-40 रुपये किलोग्राम होता है। 

रतालू का बाजार भाव 60 से 70 रुपये प्रति-किलो तक मिल जाता है। रतालू की एक हैक्टेयर में करीब एक टन तक पैदावार होती है। अब ऐसे में किसान रतालू की खेती से लाखों की आमदनी कर सकते हैं।

निष्कर्ष -

रतालू की खेती करना किसानों के लिए काफी मुनाफे का विकल्प है। रतालू एक बहुउपयोगी फसल है। इस वजह से रतालू की बाजार में मांग और कीमत दोनों काफी अच्छी हैं। 

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