रबी फसलों की MSP 2024-25: किसानों के लिए नई कीमतें

By: tractorchoice
Published on: 17-Jan-2025
रबी फसलों की MSP 2024-25: किसानों के लिए नई कीमतें

किसानों ने काफी बड़े पैमाने पर रबी सीजन की बहुत सारी अपने अपने राज्यों, मृदा और जलवायु के अनुरूप फसल उगाई हैं। 

किसानों ने भूमि के बड़े हिस्से पर गेंहू, चना, मसूर, सरसों, जौ और सूरजमुखी की खेती शामिल है। 

ट्रैक्टरचॉइस के इस लेख में आज हम आपको इन फसलों के एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) की जानकारी देने वाले हैं। 

क्योंकि, बहुत सारे किसान अपने खेत में उगाई गई फसल के बाजार में मिलने वाले भाव की जानकारी पाने के लिए काफी उत्सुक रहते हैं। 

सबसे पहले हम इन फसलों की कीमत को जानने से पहले न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या है इसके बारे में जानेंगे।  

न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) क्या होता है ?

किसान साथियों, न्यूनतम समर्थन मूल्य भारत सरकार की तरफ से निर्धारित की गई वह धनराशि होती है, जिस पर फसलों की सरकारी खरीद होती है। 

माँग और आपूर्ति के चलते बाजार में इन फसलों की कीमत कभी-कभी एमएसपी से भी ज्यादा या कम भी हो सकती है।

लेकिन, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) किसानों की आमदनी की सुरक्षा को सुनिश्चित करती है। 

भारत सरकार खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कृषि उपजों की बड़ी मात्रा में एमएसपी पर खरीद करती है, जिससे फसल की बुवाई के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा सके। 

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न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का लाभ 

किसानों की आमदनी की सुरक्षा

  • किसानों को उनके द्वारा उगाई गई फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी मिलती है। नतीजतन, किसानों की आय स्थिर होती है और मंडियों में मंदी और महंगाई की स्थिति में आमदनी की सुरक्षा होती है। 

मूल्य स्थिरता 

  • न्यूनतम समर्थन मूल्य की वजह से कृषि उत्पादों की कीमत स्थिर होती है। ज्यादा उतार-चढ़ाव को रोकने और उपभोक्ताओं के लिए सस्ती कीमतें सुनिश्चित करने में सहायता करता है।

उत्पादन वृद्धि को प्रोत्साहन 

  • न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिलने पर आम तौर पर कृषि उत्पादन प्रोत्साहित होता है।

खाद्य सुरक्षा 

  • न्यूनतम समर्थन मूल्य की वजह से भारत की आयात पर निर्भरता में गिरावट आती है और घरेलू खाद्य सुरक्षा को प्रोत्साहन मिलेगा।

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24-25 सीजन में इन फसलों की एमएसपी में हुई वृद्धि  

एमएसपी में कितना बदलाव 

गेहूं 

गेंहू की फसल में पहले से 150 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। पहले गेंहू 2275 रुपये तो अब 2425 रुपये प्रति क्विंटल बिकेगा।

चना  

चना की फसल में पहले से 210 रुपए बढ़ोतरी हुई है। चना की कीमत पहले 5440 रुपये तो अब 5650 रुपए है।  

मसूर  

मसूर की फसल में पहले की तुलना में 275 रूपये की बढ़ोतरी हुई है। पहले मसूर की फसल 6425 रुपये तो अब 6700 रुपये है। 

जौ  

जौ की फसल में पहले के मुकाबले 150 रुपए की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। जौ पहले 1850 रुपये तो अब 1980 रुपये है। 

सरसों  

सरसों की फसल में पहले के मुकाबले 300 रुपए की वृद्धि हुई है। पहले सरसों की कीमत 5650 रुपये तो अब 5950 रुपये है। 

सनफ्लॉवर सीड्स  

सनफ्लॉवर सीड्स की कीमत में पहले की अपेक्षा 140 रुपए बढ़ी है। पहले सनफ्लॉवर सीड्स का भाव 5800 रुपये तो अब 5940 रुपये है। 

निष्कर्ष -

एमएसपी फसलीय उत्पादन को बढ़ाने में काफी सहयोगी साबित होता है। किसानों को इस बार रबी सीजन में उगाई गई फसलों का अच्छा भाव मिलेगा। 

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