वर्तमान में किसान रबी सीजन की फसलों की कटाई करने में जुटे हुए हैं। रबी फसलों की कटाई के बाद किसान कई प्रकार की बागवानी सब्जियों का उत्पादन करेंगे।
गर्मी के मौसम में पौधों को न केवल तेज धूप और पानी की कमी से नुकसान होता है। साथ ही, कीटों का आक्रमण भी काफी बढ़ जाता है।
ये कीट पौधों की जड़ों, पत्तियों और तनों को हानि पहुंचाकर उनकी बढ़वार और विकास को रोक सकते हैं। ऐसे में अगर सही देखभाल ना की जाए, तो बगीचे या खेत के पौधे शीघ्रता से सूख सकते हैं।
गर्मी के मौसम में कीटों से पौधों को बचाने के लिए इन 10 प्रभावी उपायों को अपनाऐं। नीम तेल, जैविक स्प्रे, सही सिंचाई और साथी पौधों का उपयोग करके अपने बगीचे और खेत के पौधों को स्वस्थ बनाए रखें।
पौधों की पत्तियों के नीचे और तनों पर कीटों की मौजूदगी की नियमित रूप से जांच करनी चाहिए। यदि किसी पौधे पर कीट नजर आऐ, तो तुरंत उनको हाथ से हटा दें या जैविक उपाय अपनाएं।
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नीम का तेल प्राकृतिक कीटनाशक है, जो पौधों को हानिकारक कीटों से बचाकर रखता है। 1 लीटर पानी में 5-10 मिलीलीटर नीम का तेल मिलाकर सप्ताह में एक या दो बार छिड़काव करें।
लहसुन, अदरक और मिर्च को पीसकर उसमें पानी मिलाकर स्प्रे बनाएं। इसे पौधों पर छिड़कने से कीट दूर भागते हैं। साबुन और पानी का मिश्रण भी एक अच्छा घरेलू कीटनाशक साबित हो सकता है।
अच्छी गुणवत्ता वाली खाद और जैविक उर्वरकों का उपयोग करने से मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा संतुलित रहती है। इससे पौधे स्वस्थ रहते हैं और कीटों के आक्रमण का संकट भी कम होता है।
गर्मी के दिनों में ज्यादा सिंचाई करने से मिट्टी में काफी नमी बनी रहती है, जिसकी वजह से फंगस और कीट पनप सकते हैं। आवश्यकतानुसार पौधों को पानी दें और ज्यादा सिंचाई से बचें।
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कुछ पौधों को एक साथ लगाने से कीटों को दूर रखने में मदद मिलती है। जैसे कि गेंदा लगाने से कीट काफी दूर रहते हैं। इसी तरह तुलसी और पुदीना भी कुछ कीटों को भगाने में काफी मददगार साबित होते हैं।
अगर पौधों को बहुत नजदीक लगाया जाए, तो हवा का संचार ठीक से नहीं होता और कीटों को पनपने के लिए अनुकूल वातावरण मिल जाता है। इसलिए पौधों के बीच सही फासला बनाए रखें।
रासायनिक उर्वरकों की जगह जैविक खाद और कंपोस्ट का उपयोग करने से पौधे ज्यादा स्वस्थ रहते हैं और उन पर कीटों का प्रभाव भी काफी कम पड़ता है।
गर्मी में पौधों को तेज धूप से बचाने के लिए छाया प्रदान करें। परंतु, पर्याप्त धूप भी मिलनी चाहिए, जिससे कीट और फंगस ना पनप सकें।
प्राकृतिक शिकारी कीड़े जैसे लेडीबग, मेंटिस और मकड़ियां बेहद फायदेमंद होती हैं। क्योंकि, यह हानिकारक कीटों का सेवन करती हैं। बगीचे में इनका संरक्षण करने से कीटों की दिक्कत दूर होती है।
गर्मी के सीजन में बागवानी फसलों पर कीड़ों के आक्रमण को कम करने के लिए उपरोक्त बातों का ख्याल रखें। ये सभी बातें किसानों की उपज और मुनाफे को बढ़ाने में काफी सहयोगी हैं।