खेती-किसानी भारत की अर्थव्यवस्था का प्रमुख स्तंभ है। क्योंकि भारत एक कृषि प्रधानता वाला देश है। मई माह में गर्मी की फसलें खरीफ की शुरुआत किसानों के लिए मुनाफे का बड़ा अवसर लेकर आती है। भिंडी, फूलगोभी, मूंग, और कपास जैसी फसलों की बुवाई से किसान तगड़ी कमाई कर सकते हैं।
मई माह में जायद, खरीफ फसलों की खेती की शुरुआत होती है। इसके साथ ही कई ऐसी सब्जियां उगाई जा जाती है, जिनसे किसानों की जबरदस्त कमाई हो सकती है। किसान भाई इन फसलों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
ग्रीष्मकालीन मक्का की बुवाई, चारे और मोटे अनाज की बुवाई, कम समय में तैयार होने वाली मूंग और उड़द की बुवाई, हरा चारा और मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के लिए लोबिया की बुवाई, अच्छी पैदावार के लिए हल्की मिट्टी में मूंगफली की बुवाई, ढेंचा हरी खाद के लिए, मिट्टी में नाइट्रोजन बढ़ाने में मदद करता है।
कपास एक काफी मुनाफे की फसल है। कपास की मई माह में सिंचित इलाकों में बुवाई प्रारंभ की जा सकती है। किसान मई महीने में धान की नर्सरी तैयार करके जून-जुलाई में रोपते हैं। अरहर की खेती की शुरुआत भी मई महीने से की जा सकती है।
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भिंडी गर्मी की मुख्य सब्जी, जिसकी हाई डिमांड रहती है। बैंगन सब्जी की मांग भी साल भर बनी रहती है। टमाटर उन फसलों में शामिल हैं, जिसकी मांग हर सीजन में बनी रहती है। अगेती किस्में मई में बोई जा सकती हैं। लौकी, करेला, मिर्च, फूलगोभी की अगेती किस्में की खेती कर सकते हैं।
सब्जियों की तरह कई जड़ वाली फसलें ऐसी भी हैं, जिनकी बाजार में मांग और कीमत दोनों अच्छी होने की वजह से काफी मुनाफेदार होती है। इन फसालों में अरबी, अदरक, हल्दी आदि शामिल हैं।
प्रश्न: मई माह में फसलों की बुवाई से पहले किन का बातों का ध्यान रखें ?
उत्तर: खेती के लिए उन्नत किस्मों का चुनाव करें. अगेती और हाइब्रिड किस्में अधिक उपज और जल्दी तैयार होने के लिए उपयुक्त हैं.
प्रश्न: किसान अपनी फसल कहां बेच सकते हैं?
उत्तर: स्थानीय मंडी, e-NAM पोर्टल, किसान उत्पादक संगठन (FPO) या कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग विकल्पों से बेच सकते हैं।
प्रश्न: फसल संबंधी सलाह कहां से लें?
उत्तर: नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) या कृषि विशेषज्ञों से निःशुल्क सलाह प्राप्त करें।